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24.03.2025 (DarbhangaOnline) (दरभंगा) : समाहरणालय स्थित सभागार में डीएम राजीव रौशन की अध्यक्षता में भीषण गर्मी, अग्नि कांड व लू से बचाव व सुरक्षा को लेकर बैठक आयोजित किया गया। बैठक में डीएम ने अग्निशमन विभाग को तैयार मोड में रहने का निर्देश दिया।उन्होंने कहा कि लोगों के बीच आगजनी से बचाव हेतु क्या करें, क्या न करें का प्रचार-प्रसार करें।

उन्होंने अत्यधिक गर्मी लू से पीड़ित व्यक्तियों के इलाज हेतु आवश्यकता अनुसार अस्पतालों में आइसोलेशन एसी वार्ड की व्यवस्था करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया, साथ ही उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में रहे। जिला प्रोग्राम पदाधिकारी सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर पेयजल की व्यवस्था के साथ-साथ ओआरएस के पैकेट की व्यवस्था करवाना सुनिश्चित करेंगे, साथ ही नवजात शिशु, बच्चों, गर्भवती महिलाओं का अद्यतन सर्वेक्षण कर विशेष चिकित्सा हेतु स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित कर लू से बचाव हेतु दवाएं सुविधा उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी को सभी स्कूलों में शुद्ध पेयजल एवं ओआरएस की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। भीषण गर्मी में एवं लू से बचने हेतु शनिवार के कार्यक्रम के माध्यम से जागरूकता लाने को कहा।

कार्यपालक अभियंता लोक स्वास्थ्य प्रमंडल को पेयजल संकट से निपटने हेतु पेयजल की आपूर्ति करने का निर्देश दिया, साथ ही भूगर्भ जल स्तर की लगातार समीक्षा एवं निगरानी करते रहने को कहा तथा प्रतिवेदन उपलब्ध कराने को कहा। चापाकल मरमती के लिए बनाए गए दल तथा कंट्रोल रूम के नंबर का व्यापक प्रचार प्रसार करेंगे तथा शिकायतों का निष्पादन करना सुनिश्चित करेंगे। बैठक में सभी अंचलाधिकारी को अग्निकांड से पीड़ितों को 24 घंटे के अंदर अनुमान्य साहय यथा पॉलिथीन शीट्स एवं नगद अनुदान भुगतान करने का निर्देश दिया साथ ही पशु शेड का निर्माण, पशु पेयजल आदि को व्यवस्थित करने का निर्देश दिया। बैठक में श्रम अधीक्षक को निर्माणाधीन स्थल, लू को लेकर कार्य अवधि को सुबह 6:00 से 11:00 तक अपराह्न 3:30 से संध्या 6:00 बजे के बीच निर्धारित करने को कहा। लू से बचाव हेतु श्रमिकों के लिए पर्याप्त मात्रा में पेयजल ओ आर एस तथा शेड की व्यवस्था करें।

नगर आयुक्त अपने क्षेत्र अंतर्गत प्याऊ की व्यवस्था करेंगे, नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत चपकालों की मरम्मति, आश्रय स्थलों में पेयजल तथा स्लम के निवासियों हेतु आकस्मिक दावों की व्यवस्था करना सुनिश्चित करेंगे। मनरेगा के अंतर्गत तालाबों एवं नहरों में चल रहे कार्यों को सुबह 6:00 से 11:00 बजे पूर्वाह्न तक तथा अपराह्न 3:30 से संध्या 6:30 बजे के बीच करने को कहा। उन्होंने आम नागरिकों से अनुरोध किया कि सुबह 09ः00 बजे तक खाना अवश्य बना लें और दोपहर के पछुआ हवा के कारण अगलगी घटना से बचें। घर से बाहर जाने के समय मेन स्वीच/फ्यूज निकालकर बिजली का कनेक्शन काट दें। घर के ढीले तार को बिजली मिस्त्री से ठीक करा दें, ताकि शॉर्ट सर्किट की घटना से बचा जाए।

बैठक में डीएम ने आगामी बाढ़ को लेकर सामग्री हेतु निविदा करने, पॉलीथिन शीट, सरकारी एवं निजी क्षतिग्रस्त नाव को दुरुस्त करवाने, बाढ़ आश्रय स्थल, एसडीआरएफ की टीम की मांग, लाइफ जैकेट आदि बिंदुओं पर भी समीक्षा किया। बाढ़ आश्रय भवनों का निर्माण शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि लाइफ जैकेट गुणवत्ता के साथ नया खरीदे। डीएम श्री रौशन ने कहा कि नाविक का भुगतान किया गया है, किसी भी नाविक का भुगतान लंबित न रहे, संबंधित अंचलाधिकारी सुनिश्चित करेंगे। बाढ़ राहत में प्रयुक्त सामुदायिक रसोईघर, भोजन पैकेट, नाविकों का भुगतान आदि जिला अधिकारी के द्वारा सभी अंचलाअधिकारी को उपावंटित कर दिया गया है।

बैठक में अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन सलीम अख्तर, उप निदेशक जनसंपर्क सत्येंद्र प्रसाद, वरीय उप समाहर्ता वृषभानु चंद्र, श्रम अधीक्षक किशोर कुमारझा, प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस चांदनी सिंह एवं अन्य संबंधित पदाधिकारीगण उपस्थित थे।