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17.12.2024 (DarbhangaOnline) (दरभंगा) : सांसद डा. गोपाल जी ठाकुर ने आज केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से मुलाकात के क्रम में मिथिला की हृदयस्थली दरभंगा शहर में अवस्थित तीन ऐतिहासिक तालाब हराही, दिग्घी, गंगासागर जो लगभग 700-800 वर्ष पुराना है का सौंदर्यीकरण कर इसे वैश्विक स्तर पर "आइकाॅनिक टूरिस्ट डेस्टीनेशन" के रूप में विकसित किए जाने के संदर्भ में आग्रह पत्र देते हुए इन तालाबों की ऐतिहासिक तथा सांस्कृतिक महत्ता पर मंत्री श्री शेखावत के साथ विस्तार से चर्चा की जिसपर मंत्री ने सांसद को शीघ्र इसकी औपचारिकताएं पूरी कर लेने का आश्वासन दिया।

सांसद डा ठाकुर ने इन तालाबों के बारे में विस्तार से मंत्री को बताया कि दरभंगा शहर के बीचों- बीच अवस्थित तीन ऐतिहासिक विशाल तालाब(पोखर) हराही, दिग्घी और गंगासागर है जो लगभग 700-800 वर्ष पुराना है। हराही पोखर को राजा हरिसिंह देव जी ने (1303-1324) में खुदवाया था, दिग्घी पोखर को राजा रामसिंह देव जी ने (1225-1276) में खुदवाया था वहीं गंगासागर पोखर को राजा गंगसिंह देव जी ने (1136-1148) में खुदवाया था। इन ऐतिहासिक पोखर पर धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन होते हैं और खासकर छठ पूजा में सबसे अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ दरभंगा शहर में इन्हीं तीनों पोखर पर रहती है तथा दरभंगा शहर में एक पंक्ति में ये तीन विशाल तालाब इनकी ऐतिहासिक महत्ता तथा कीर्ति की गवाही देती है।

प्रशासनिक उदासीनता और उचित देखभाल के अभाव में तीनों पोखर अत्यधिक प्रदूषित हो गई है और अतिक्रमणकारियों ने चारों ओर इसे अतिक्रमित कर लिया है। सांसद डा ठाकुर ने इन तालाबों की ऐतिहासिक महत्ता पर चर्चा करते हुए कहा कि 17 वीं सदी और 18 वीं सदी में इन पोखरों का सौंदर्यीकरण हुआ था लेकिन उसके बाद कोई पहल नहीं हुआ और आज इन पोखरों की परिस्थिति यह है कि इनका अस्तित्व ही खतरे में जान पड़ता है।

सांसद डा ठाकुर ने मंत्री श्री शेखावत से आग्रह करते हुए कहा है कि इन ऐतिहासिक पोखर के ऐतिहासिकता की रक्षा हेतु अतिक्रमणमुक्ति, उड़ाहीकरण, प्रदूषणमुक्ति के साथ-साथ सौंदर्यीकरण किया जाय एवं लाइटिंग, पक्की सीढ़ी घाट, पैदल यात्रियों के लिए पाथ-वे निर्माण और वोटिंग की व्यवस्था सुनिश्चित किया जाय तथा आइकॉनिक टूरिस्ट डेस्टिनेशन में शामिल कर इसकी प्राचीन गरिमा को फिर से जीवंत करना आवश्यक है।