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17.12.2024 (DarbhangaOnline) (दरभंगा) : नागर विमानन मंत्री राममोहन नायडू की अध्यक्षता में नागर विमानन मंत्रालय परामर्शदात्री समिति की प्रथम बैठक दरभंगा सांसद सह लोकसभा में भाजपा सचेतक डा गोपाल जी ठाकुर ने सलाहकार समिति के सदस्य के रूप में भाग लिया तथा दरभंगा एयरपोर्ट एवं मिथिला क्षेत्र व बिहार के अन्य प्रस्तावित तथा निर्माणाधीन हवाई अड्डों से संबंधित विभिन्न विषयों पर अपने सुझाव दिए। बैठक में सांसद डा ठाकुर ने सर्वप्रथम देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का हृदयतल से अभिनंदन और आभार प्रकट करते हुए कहा कि मिथिला की हृदयस्थली दरभंगा को उड़ान स्कीम अन्तर्गत जोड़ा गया और आज दरभंगा एयरपोर्ट उड़ान स्कीम से देश में संचालित अन्य सभी एयरपोर्ट से यदि तुलनात्मक अध्ययन किया जाय तो सफलता के क्रम में सबसे ऊपर है और अनवरत सफलता की नई ऊँचाईयों को प्राप्त कर रहा है।

सांसद डा ठाकुर ने दरभंगा एयरपोर्ट के आयामों पर चर्चा करते हुए कहा कि 8 नवम्बर 2020 को दरभंगा एयरपोर्ट से नागरिक विमानन का परिचालन शुभारम्भ हुआ और वर्तमान समय में लगभग 25 लाख से अधिक लोगों ने इस एयरपोर्ट से हवाई यात्रा कर लिया है जो ऐतिहासिक उपलब्धि है। सांसद डा ठाकुर ने इस एयरपोर्ट के लिए किए गए अपने पहल और प्रयासों पर चर्चा करते हुए कहा कि मिथिला की हृदयस्थली दरभंगा से हवाई सेवा प्रारंभ हो इसके लिए 2010-2015 में अपने विधायक काल से ही प्रयत्नशील रहा और बिहार विधानसभा में कई बार इसको लेकर विषयों को रखा। मुझे अत्यंत खुशी है कि विगत 20 अक्टूबर 2024 को देश के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी ने वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से 78 एकड़ भूमि पर 912 करोड़ की लागत से बनने वाले दरभंगा एयरपोर्ट के नए सिविल एन्क्लेव कार्य का शिलान्यास किया और यह एयरपोर्ट दो वर्षों में दिव्य एवं भव्य स्वरूप में जनता-जनार्दन को समर्पित किया जाएगा।

सांसद डा ठाकुर ने इस एयरपोर्ट के नामकरण तथा अन्य मौलिक सुविधाओं पर चर्चा करते हुए कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट का नामकरण कवि कोकिल बाबा विद्यापति जी के नाम से हो यह सम्पूर्ण मिथिलावासी की भावना है।इसको लेकर बिहार राज्य के दोनों सदन के माध्यम से बिहार सरकार ने प्रस्ताव भारत सरकार को भेज दिया है। सांसद डा ठाकुर ने अपने सुझाव में इस एयरपोर्ट की सुरक्षा सीआईएसएफ के हाथों में देने, यहां नाइट लैंडिंग सिस्टम को चालू करने, कैट - 2 के तहत 24 एकड़ अधिगृहित जमीन पर आधारभूत संरचना का निर्माण करने, इस हवाई अड्डे के लिए स्थाई निदेशक, स्थाई वाणिज्यिक प्रबंधक कि नियुक्ति करने, दरभंगा से अयोध्या रांची सहित देश के सभी महानगरों के लिए विमान सेवा शूरू करने, नए टर्मिनल निर्माण के लिए अधिगृहित जमीन मालिकों को उसका उचित मुआवजे का भुगतान करने तथा दरभंगा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने के लिए हर मानक को पूरा करने जैसे दो दर्जन से उपर अपना सुझाव देते हुए कहा कि आने वाले समय में उड़ान सेवा में भी मैथिली की पहचान देश ही नहीं विदेशों तक स्थापित की जाएगी।